Monday, March 5, 2018

आखिर Syria में कोनसा आंतकवादी संगठन हमला कर रहा है और क्यू (Explained)

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Syria war

इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है, आखिर क्यू हो रहा है Syria में युद्ध। यह एक ऐसा वॉर है जिसको लेकर में तो क्या खुद United Nation के पास कोई सभूत नहीं है। क्योकि यह पूरी लड़ाई सिर्फ और सिर्फ झूठ के भरोसे लड़ी जा रही है, अगर इसमें सचाई है तो वो सिर्फ मासूमो की लासे जो पुरे सीरिया के अंदर फैली हुई है। वैसे अगर देखा जाये तो सीरिया में अभी बहुत सारी पार्टी लड़ रही है। अगर आप इस लड़ाई को एक बड़े प्रोस्पेटिव से देखंगे को तो आपको यह बात बात साफ साफ समझ आ जाएगी। सीरिया के अंदर लड़ रही ये तमाम पार्टी सिर्फ दो ग्रुप में बाटी हुई है पहला सुन्नी मुस्लिम ग्रुप जिसको सपोर्ट कर रहा है सऊदी अरब। और दूसरा सिया मुस्लिम ग्रुप जिसको सपोर्ट कर रहा है ईरान। और इन दोनों ग्रुप के पास अपना अपना मीडिया है जो पूरी दुनिया में इसके लिए सिम्पैथी बना रहा है। अगर आप इस पुरे प्रोस्पेक्टिव को सऊदी अरबिया के तरफ से देखना चाहते हो तो आप लोग CNA, BBC या फिर किसी भी वेस्टर्न मीडिया चैनल को फॉलो कीजिये। और अगर आप iranian media, russian media या फिर syrian media को देखंगे, तो वो आपको इस पुरे युद्ध का वो नजरिया दिखाएँगे जो ईरान चाहता है। इतना ही नहीं वहा मौजूद तमाम आंतकी संगठन की इन सभी मीडिया तक पहुंच है, और ये लोग इन मीडिया चैनल वालो से अपने हिसाब न्यूज़ बनवा रहे है। क्योकि साल 2014 और 2015। ISIS ने सीरिया और इराक के अंदरम ऐसे रिसोर्स बनाये है जो सिर्फ मुस्लिमो के लिए है, अगर कोई मुस्लिम ISIS को ज्वाइन करता है तो उसे तमाम सुविधाओं के साथ साथ लड़किया फ्री में मिलेगी। और तो और ISIS के आंतकवादी फ़रारी और लामबोर्गिनी जैसी महंगी गाड़ी में घूम रहे है। अब आप लोग मुझे यह बताइये, क्या सचमुच यह खबर इतनी महत्वपूर्ण की इसे न्यूज़ चैनल में top 10 news में दिखया जाये। ऐसे न्यूज़ को देखकर बहुत सारे बेअक्ल लोग ISIS में और भर्ती हो गए, और ऐसे गिनहोनी हरकते करने पर आ गये। लेकिन आज March 2018 में ये सचाई है, की साल 2011 में अरब स्प्रिंग के दौरान सीरिया में उठी एक डेमोक्रसी की मांग को लेकर उठी  एक मामूली सी चिंगारी। आज न सिर्फ और खतनाक युद्ध में शामिल हो गयी है। बल्कि यह कलेश अभी भी चल रहा है। जिसमे अब तक 5,00,000 से ज्यादा लोग मरे जा चुके है। और 50,00,000  से ज्यादा लोग घायल है, और इतना ही नहीं सीरिया के अंदर आज की तारीख में 70,00,000 लोग ऐसे है जिनके पास रहने के लिए घर तो क्या एक झोपडी तक नहीं है। खाना और पिने का पानी तो आप भूल जाइये। सीरिया में फसे लोगो को निकालने और उन तक मदद पहुंचने के लिए 25th Feb 2018 को united nation के सिक्योरिटी कौंसिल ने सीरिया को लेकर एक सिज़ फायर रेसोलुशन जारी किया। जिसे नेगोशिएट किया united nation 10 non-permanenet मेम्बर्स में से एक ने यानि कुवैत ने। अगर रसिया में यूनाइटेड नेशन में वीटो न किया होता तो यह रेसोलुशन दो दिन पहले ही पास हो जाता। इससे पहले भी कई बार रसिया यूनाइटेड नेशन की सीरिया के ऊपर आये रेसोलुशन को वीटा कर चूका है लेकिन इस बार रसिया को सिज़ फायर रेसोलुशन के लिए मना ही लिया गया। इससे सीरिया के उन मासूम लोगो तक मदम पहुचायी जाएगी, जो इस लड़ाई में सफर कर रहे है बिना किसी गलती के। अब ये तो था वो सब कुछ जो यूनाइटेड नेशन के सिक्योरिटी कौंसिल में इस सिज़ फायर को ऑफिशली कहा गया, लेकिन पूरी ईमानदारी से देखा जाये। तो ये सिज़ फायर रेसोलुशन सिर्फ और सिर्फ एक मकसद के लिए पास करवाया गया, कैसे न कैसे सीरिया के तमाम विद्रोहिये के पास मदद और हथियार पहुचाये जा सके। जिन्होंने साल 2011 से लेकर अब तक सीरिया के president Bashar al-Assad के खिलाफ हथियार उठा रखे है। और यही वो कारण जिसकी वजह से रसिया ने यूनाइटेड नेशन के सिक्योरिटी कौंसिल में सीरिया के ऊपर आये सिज़ फायर रेसोलुशन को वीटो किया, लेकिन अगर आपको यह लगता की रसिया कोई दूध का धुला है, या उसे सीरिया के लोगो की चिंता है। तो आप लोग पूरी तरह से गलत है। असल में रसिया सिर्फ सिर्फ Bashar al-Assad को सीरिया के अंदर बनाये रखना चाहता है। और अगर ऐसा होगा तो ही सीरिया रसिया के हाथ में रहेगा।सीरिया ही एक मात्र ऐसा देस बचा है जो रसिया का एलाय है। क्योकि सीरिया में अधिकतर मुस्लिम सुन्नी है। और Bashar al-Assad सिया मुस्लिम में है। इसलिए अगर सीरिया के अंदर डेमोक्रॅटिंग चुनाव होते है जोकि अमेरिका और बाकि की वेस्टर्न कम्पनीज चाहती है, तो फिर सीरिया के माजूदा राष्ट्रपति ना सिर्फ सत्ता से बाहर होंगे बल्कि रसिया और ईरान के हाथ से भी रसिया निकल जायेगा। एक तरफ तो रसिया बॉम्बिंग कर रहा है जिन्होंने सीरिया के राष्ट्रपति के खिलाफ हथियार उठा रखे है, और दूसरी तरफ अमेरिका बॉम्बिंग उन पर बॉम्बिंग कर रहा है जिन्होंने Bashar al-Assad के साथ हथिया उठा रखे है। वैसे आपको यह बात पता होनी चाहिए अमेरिका और रसिया के आलावा दो और देश है, जो सीरिया के  बॉम्बिंग कर रही है। तुर्की और इज़राइल। 


Note: इस आर्टिकल का मकसद किसी भी धर्म जाती का अपमान करना नही है। इस आर्टिकल का एकमात्र मकसद आपके सामने सिर्फ और सिर्फ सचाई पेस करना है। 
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